गांधार स्वर वाक्य
उच्चारण: [ gaaanedhaar sevr ]
उदाहरण वाक्य
- ‘ ग ' गांधार स्वर हैं।
- इसका उच्चारण गांधार स्वर मे होता है इसीलिए उसे गांधारी भी कहते हैं.
- ठीक उसी प्रकार मध्यम स्वर तथा गांधार स्वर भी षडज के गर्भ से प्रस्फुटित होते हैं।
- सम्पूर्ण-सम्पूर्ण जाति के इस राग में धैवत और निषाद स्वर कोमल, आन्दोलन के साथ अति कोमल गांधार स्वर और शेष स्वर शुद्ध प्रयोग होते हैं।
- अर्थात् यदि तानपुरे के स्वर पूरी तरह से सुर में मिला लिये जायें और उसे लगातार बजाते जायें तो एक अन्य स्वर अपने आप सुनाई पड़ेगा जो कि अन्तर गांधार स्वर ही है।
- कहने का तात्पर्य यह है कि जिस प्रकार षडज के बजने से गांधार स्वर जो उसी के अन्दर प्रतिष्ठित है सुनने वाले को अलग ही से सुनाई पड़ जाता है ठीक वैसे ही मेरे मन के विचार प्रगट होकर सुविज्ञ जनों तक पहुँचे।
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